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लखनऊ। अब तो नाम गरीबी का भी लेने से दर लगता है,सरकारी दस्तावेजों में खुशहाली है बाबूजी ...! यह पंक्तियां लखनऊ जिला प्रशासन पर सटीक बैठती है। बीते 16 अक्टूबर को डीएम की पहल पर केडी सिंह बाबू स्टेडियम में भिक्षावृत्ति से मुक्त होने के साथ ही मशन शक्ति को लेकर डिप्टी सीएम की मौजूदगी में 31 हजार दीये जला दीये गए। वहीं जिन लोगों के लिए यह दीये जलाये गए,वह गरीब लोग केडी सिंह बाबू स्टेडियम के बाहर भीख मांगते हुए कैमरे में कैद हुए हैं।
दरअसल,केडी सिंह बाबू स्टेडियम में मिशन शक्ति 5.0 और भिक्षावृत्ति मुक्त लखनऊ अभियान के तहत दीपदान उत्सव का आयोजन हुआ था। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। 31 हजार दीप जलाकर भिक्षावृत्ति मुक्त लखनऊ का संदेश दिया गया।दीपों के उजाले में जब लखनऊ केडी सिंह बाबू स्टेडियम चमक उठा तो उस चमक में सिर्फ दीवाली की रोशनी नहीं, बल्कि एक नई सामाजिक चेतना की ज्योति भी थी। इस मौके पर डिप्टी सीएम ने को भिक्षावृत्ति से मुक्त बनाने के जिला प्रशासन के अभियान की जमकर सराहना की और इसे “मानवता का दीपोत्सव” बताया। इस दौरान डीएम विशाख जी. ने बताया था कि लखनऊ में भिक्षावृत्ति की रोकथाम एवं पुनर्वास के लिए सात टास्क फोर्स बनाई गई हैं, जो मुख्य चौराहों को 'हॉटस्पॉट' के रूप में चिन्हित कर सतत निगरानी और रेस्क्यू कार्य कर रही है।
नगर निगम, महिला कल्याण, डूडा, समाज कल्याण, पुलिस, शिक्षा, श्रम और ग्राम विकास विभाग सहित कई एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से 111 निराश्रितों को रेस्क्यू कर शेल्टर में पहुंचाया है, जबकि 11 बुजुर्गों को वृद्धाश्रम में स्थान दिया गया। अभियान के अंतर्गत 255 से अधिक व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया गया। भिक्षावृत्ति में शामिल परिवारों के 273 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और 149 बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ा गया। इसके साथ ही 716 बच्चों का स्कूलों में तथा 204 बच्चों का आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकन कराया गया। कार्यक्रम के दौरान 'मिशन शक्ति 5.0' के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने वाली 11 महिला कार्मिकों को डिप्टी सीएम ने प्रशस्ति-पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति केवल एक सरकारी अभियान नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण का वह आंदोलन है जो समाज के हर वर्ग में चेतना जगा रहा है। इसके साथ ही भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान से जुड़े 45 कार्मिकों, स्वयंसेवी संगठनों, व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों और शिक्षण संस्थानों के विशेषज्ञों को भी सम्मानित किया। डिप्टी सीएम ने कहा था कि 'लखनऊ को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाना सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि मानवीय जिम्मेदारी है, और यह दीपोत्सव उस मानवीय पहल का प्रतीक है।' समारोह के समापन में 31 हजार दीप प्रज्वलित किए गए, जिनसे पूरा स्टेडियम जगमगा उठा। डीएम विषाख जी. ने उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों और जनमानस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस अभियान का लक्ष्य केवल शहर से भिक्षावृत्ति मिटाना नहीं, बल्कि हर जरूरतमंद को पुनर्वास और आत्मनिर्भरता की राह पर लाना है। वहीं तरुण मित्र की टीम को डीएम आवास से चंद दूरी पर लेडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास ही भीख मांगते हुए कैमरे में कैद किया है। यह तस्वीरें इस बात का साफ़ उदाहरण है कि राजधानी को भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने के लिए किये जा रहे प्रयास नाकाफी हैं।
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