राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े बांध माही बजाज सागर के चारों गेट बुधवार शाम 7 बजे आधा-आधा मीटर खोल दिए गए। बांध में 26132.36 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, जबकि 11838 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध का जलस्तर वर्तमान में 280.70 है, जबकि इसकी भराव क्षमता 281.50 मीटर है। पिछले साल इसी दिन बांध में 274.30 मीटर पानी था। इस बार अगस्त में ही गेट खोल दिए गए थे क्योंकि जलग्रहण क्षेत्र में अच्छी बारिश के कारण बांध लबालब भर गया था।
वागड़ का वरदान : माही बाँध के खुले 4 गेट, पूजा अर्चना के बाद खोले 4 गेट#Banswara #बांसवाड़ा #माही pic.twitter.com/lAFquN2fSQ
— धर्मेंद्र उपाध्याय (@dharma4bsw) August 20, 2025
तथ्य फ़ाइल
बांध की कुल क्षमता 281.50 मीटर है
माही बांध का जलस्तर 280.10 मीटर तक पहुँच गया
कुल भराव क्षमता 77 टीएमसी है
इसका निर्माण 1972 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी की पहल पर हुआ था
राजस्थान का यह प्रमुख बांध 1983 में बनकर तैयार हुआ था
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 11 नवंबर 1983 को इसका उद्घाटन किया था
41 वर्षों के निर्माण के बाद 27वीं बार इसके द्वार खोले गए
1984 में, पहली बार इसके द्वार खोले गए और पानी छोड़ा गया
जानें कब द्वार खोले गए
2006 में (ऐतिहासिक बारिश के दौरान) सभी 16 द्वार खोले गए
9 अगस्त 2016 को भी सभी 16 द्वार पूरी क्षमता से खोले गए
2019 में 6 द्वार 279.45 मीटर तक खोले गए।
22 सितंबर 2021 को सभी 16 गेट खोल दिए गए
2023 में 14 गेटों से पानी निकाला गया
3 सितंबर 2024 को 4 गेट खोले गए, जलस्तर बढ़कर 925,000 क्यूसेक हो गया
4 सितंबर 2024 को दो और गेट खोले गए और फिर 8 गेट खोलने पड़े
जब जलस्तर 281.50 मीटर था, तो 935,000 क्यूसेक पानी आने के कारण 10 गेट खोले गए
20 अगस्त 2025 को शाम 7 बजे 0.50 मीटर क्षमता वाले चार गेट खोले गए
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