Next Story
Newszop

रियासत कालीन झंडा लगाने पर बवाल! भरतपुर में कार चालक ने गेट को टक्कर मारी, मौके पर मचा हंगामा

Send Push

जाट समुदाय ने घोषणा की थी कि वे 21 सितंबर को मोती महल पर रियासतकालीन ध्वज फहराएँगे। हालाँकि, विश्वेंद्र सिंह की अपील और प्रशासन द्वारा तिरंगा झंडा फहराए जाने के बाद, जाट समुदाय ने अपना निर्णय बदल दिया। फिर भी, पुलिस प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मोती महल और शहर के आसपास पुलिस बल तैनात कर दिया। दिन भर शांति बनाए रखने के बाद, शाम को पुलिस बल हटा लिया गया।

देर रात, सोशल मीडिया पर लाइवस्ट्रीमिंग करते हुए, कुछ लोग मोती महल के पिछले गेट, सदर गेट को एक वाहन से तोड़कर अंदर घुस गए। वे रियासतकालीन ध्वज लिए हुए थे और उन्होंने घटना का वीडियो भी बनाया, लेकिन ध्वज नहीं फहराया। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। एसडीएम राजीव शर्मा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतीश कुमार यादव घटनास्थल पर पहुँचे और एफएसएल टीम ने साक्ष्य एकत्र किए।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतीश यादव ने क्या कहा?
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतीश यादव ने बताया कि जाँच में पता चला है कि तीन लोगों ने सदर गेट पर एक वाहन से टक्कर मारी और लगभग 50 मीटर अंदर घुस गए। यह एक झंडे को लेकर राजपरिवार का विवाद था, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर इसे बढ़ाने की कोशिश की। पुलिस को गोलीबारी की सूचना मिली थी, लेकिन मामला कुछ और ही निकला। जब तीनों लोग अंदर दाखिल हुए, तो गेट की आवाज़ सुनकर गार्ड आ गए और उन्हें देखकर वे भाग गए। एफएसएल टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया और साक्ष्य एकत्र किए गए।

तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए
शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए हैं और पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने गेट को टक्कर मारने वाली गाड़ी को जब्त कर लिया है। अनिरुद्ध सिंह उस समय महल के अंदर थे। घटना के बाद, अनिरुद्ध सिंह शिकायत दर्ज कराने मथुरा गेट थाने गए।

Loving Newspoint? Download the app now