पूर्व कप्तान मिताली राज का मानना है कि भारत आगामी महिला एकदिवसीय विश्व कप में महत्वपूर्ण क्षणों का फायदा उठाकर बड़े मैचों में मोमेंटम अपने पक्ष में कर सकता है और लंबे समय से चले आ रहे ट्रॉफी के सूखे को खत्म कर सकता है। यह मेगा इवेंट इस साल के अंत में 30 सितंबर से शुरू होने वाला है।
मेजबान भारत अगले महीने होने वाले विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ टूर्नामेंट के प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा। पूर्व शीर्ष क्रम बल्लेबाज ने खुलकर बताया कि अगर भारतीय टीम इस बार खिताब जीत लेती है तो क्या असर पड़ेगा।
भारत को बड़े मैचों के दौरान उन छोटे-छोटे मौकों का फायदा उठाने की जरूरत: मितालीआईसीसी डिजिटल से बात करते हुए मिताली ने कहा, “मुझे लगता है कि भारत को बड़े मैचों के दौरान उन छोटे-छोटे मौकों का फायदा उठाने की जरूरत है, यहीं पर प्रतिस्पर्धा में शामिल टीमों का संतुलन बना रहता है। वे उन मौकों का अधिक से अधिक उपयोग करने की कोशिश करते हैं और मोमेंटम को अपनी ओर मोड़ने की कोशिश करते हैं और भारत को उन मौकों का फायदा उठाने की जरूरत है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। मेरा मतलब है, सभी खिलाड़ी, चाहे कोई भी बल्ला उठाए, जो भी देश का प्रतिनिधित्व करना चाहता हो, विश्व कप जीतना चाहेगा क्योंकि अभी तक भारत ने ऐसा नहीं किया है। हां, हम दो बार (2005 और 2017) करीब पहुंचे हैं, लेकिन अभी तक कप नहीं जीत पाए हैं। घरेलू मैदान पर विश्व कप जीतना बहुत अच्छा होगा क्योंकि यह बिल्कुल अलग मंच है और हम सभी को इसे देखने का मौका है।”
राज 22 वर्षीय तेज गेंदबाज गौड़ से खास तौर पर प्रभावित नजर आईंभारत के हालिया सीमित ओवरों के इंग्लैंड दौरे में युवा क्रांति गौड़ और श्री चरणी ने अपनी छाप छोड़ी और टीम ने टी20 और वनडे दोनों सीरीज जीतीं। राज 22 वर्षीय तेज गेंदबाज गौड़ से खास तौर पर प्रभावित नजर आईं। राज ने कहा, “मैं इंग्लैंड में क्रांति गौड़ की प्रतिभा से काफी प्रभावित हुईं हूं।” उन्होंने आगे कहा, “वह डब्ल्यूपीएल खेल चुकी हैं, लेकिन उनके पास ज्यादा अनुभव नहीं है। लेकिन एक तेज गेंदबाज के तौर पर वह जिस दृढ़ता से गेंदबाजी करतीं हैं और विकेट लेती हैं, वह काफी प्रभावशाली है और उन्होंने (इंग्लैंड में) छह विकेट भी लिए हैं, इसलिए मैं उन्हें विश्व कप में घरेलू मैदान पर खेलते हुए देखना चाहूंगी।”
भारतीय महिला टीम ने कभी भी महिला विश्व कप नहीं जीता है। वे ट्रॉफी उठाने के सबसे करीब 2005 और 2017 में पहुंची थीं। इन दोनों ही बार वे उपविजेता रही थीं। चूंकि आगामी विश्व कप उनके अपने देश में खेला जा रहा है, इसलिए भारतीय महिला टीम निश्चित रूप से अपना पहला विश्व कप जीतकर घरेलू दर्शकों के चेहरों पर मुस्कान लाना चाहेगी।
You may also like
पैडल गेम्स आने वाले पांच साल में भारत में बहुत तरक्की करेगा : महेश भूपति
बुरी नजर से परेशान है घर? जानिए इसके 5ˈ संकेत और इसके तुरन्त असरदार समाधान
लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में क्यों नहीं पहुंचे राहुल गांधी और खरगे... कांग्रेस ने बता दी असल वजह
डिनर से जुड़ी ये गलतियां बिगाड़ सकती हैं आपकी नींद और मेटाबोलिज्म – जानिए क्या बदलें
बेहतर नींद के लिए जरूरी है सही Sleep Hygiene – डॉक्टर की सलाह के अनुसार ये करें और बचें