नई दिल्ली: एनर्जी स्टॉक इनॉक्स विंड लिमिटेड ने शुक्रवार को अपने तिमाही नतीजों का ऐलान किया. कंपनी ने बताया कि उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट पांच गुना से ज़्यादा बढ़ गया है और साथ ही रेवेन्यू में भी तेज़ वृद्धि हुई है. इस मजबूत प्रदर्शन के बाद ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को भी बढ़ा दिया है. हालांकि सोमवार को स्टॉक में 3 प्रतिशत की गिरावट देखी जा रही है, लेकिन आने वाले समय में यह स्टॉक तेज़ी दिखा सकता है.
ब्रोकरेज ने बढ़ाया टारगेट प्राइसनुवामा ने अनुमान लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2027 के लिए इनॉक्स विंड के शेयर की कीमत उसके प्रति शेयर अपेक्षित आय (ईपीएस) से 24.4 गुना अधिक है. इसकी तुलना में, सुजलॉन एनर्जी के शेयर की कीमत उसी वर्ष के लिए उसके अपेक्षित ईपीएस से 31.8 गुना अधिक है.
नुवामा ने कहा कि चौथी तिमाही में इनॉक्स विंड का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स लगभग 190 करोड़ रुपये रहा, जो उम्मीदों से मेल खाता है. यह मुख्य रूप से मजबूत ऑपरेशन प्रॉफिट मार्जिन (OPM) के कारण था. हालाँकि कंपनी के नए ऑर्डर 153 मेगावाट (MW) पर कम थे, लेकिन कंपनी की कुल ऑर्डर बुक अब 3.2 गीगावाट (GW) तक पहुँच गई है, जिसे वह अगले 24 महीनों में पूरा करने की योजना बना रही है.
नुवामा ने कहा कि इनॉक्स विंड वाणिज्यिक और औद्योगिक (सीएंडआई) क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनी हुई है और विंड एनर्जी मन्यूफैक्चिरिंग और टरबाइन मार्केट में केवल एक मुख्य प्रतियोगी होने से लाभ उठाती है. अगले 24 महीनों में 3.2 गीगावॉट की ऑर्डर बुक पूरी होने के साथ, कंपनी के पास अच्छी राजस्व दृश्यता है. ब्रोकरेज ने भविष्य की टरबाइन आय और इसके रखरखाव व्यवसाय के मूल्य के आधार पर इनॉक्स विंड के शेयर के लिए टारगेट प्राइस को 223 रुपये से बढ़ाकर 236 रुपये कर दिया है और अपनी 'बाय' की कॉल को बरकरार रखा है.
कंपनी का मजबूत प्रदर्शनशुक्रवार को कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट बढ़कर 190.34 करोड़ रुपये हो गया है. जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 38.74 करोड़ रुपये था. ये पांच गुना तक की बढ़ोतरी है.
साथ ही, कंपनी का रेवेन्यू भी इस तिमाही में दोगना होकर 1,310 करोड़ रुपये हो गया. जबकि एक साल पहले यह 569.04 करोड़ रुपये था.
ऑर्डर बुक बेहद मजबूतकंपनी के पूर्व सीईओ कैलाश लाल ताराचंदानी ने बताया कि इनॉक्स विंड के पास 3.2 गीगावाट (जीडब्ल्यू) की मजबूत और विविधतापूर्ण ऑर्डर बुक है, जिसमें एनटीपीसी, सीईएससी, एनएलसी इंडिया, कॉन्टिनम, एमप्लस और हीरो फ्यूचर एनर्जीज जैसे जाने-माने ग्राहक शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भारत में विंड एनर्जी बिजनेस के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण को देखते हुए, पवन उपकरण निर्माताओं (ओईएम) और सेवा प्रदाताओं की मांग भविष्य में मजबूत रहने की उम्मीद है.
शेयर परफॉरमेंसपिछले एक साल में यह स्टॉक 22 प्रतिशत तक चढ़ा है. वहीं पिछले 5 साल में इसने निवेशकों को 2,280 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. स्टॉक का 52 हफ्ते का हाई लेवल 261.90 रुपये है, तो स्टॉक का 52 हफ्ते का लो लेवल 124 रुपये का है.
ब्रोकरेज ने बढ़ाया टारगेट प्राइसनुवामा ने अनुमान लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2027 के लिए इनॉक्स विंड के शेयर की कीमत उसके प्रति शेयर अपेक्षित आय (ईपीएस) से 24.4 गुना अधिक है. इसकी तुलना में, सुजलॉन एनर्जी के शेयर की कीमत उसी वर्ष के लिए उसके अपेक्षित ईपीएस से 31.8 गुना अधिक है.
नुवामा ने कहा कि चौथी तिमाही में इनॉक्स विंड का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स लगभग 190 करोड़ रुपये रहा, जो उम्मीदों से मेल खाता है. यह मुख्य रूप से मजबूत ऑपरेशन प्रॉफिट मार्जिन (OPM) के कारण था. हालाँकि कंपनी के नए ऑर्डर 153 मेगावाट (MW) पर कम थे, लेकिन कंपनी की कुल ऑर्डर बुक अब 3.2 गीगावाट (GW) तक पहुँच गई है, जिसे वह अगले 24 महीनों में पूरा करने की योजना बना रही है.
नुवामा ने कहा कि इनॉक्स विंड वाणिज्यिक और औद्योगिक (सीएंडआई) क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनी हुई है और विंड एनर्जी मन्यूफैक्चिरिंग और टरबाइन मार्केट में केवल एक मुख्य प्रतियोगी होने से लाभ उठाती है. अगले 24 महीनों में 3.2 गीगावॉट की ऑर्डर बुक पूरी होने के साथ, कंपनी के पास अच्छी राजस्व दृश्यता है. ब्रोकरेज ने भविष्य की टरबाइन आय और इसके रखरखाव व्यवसाय के मूल्य के आधार पर इनॉक्स विंड के शेयर के लिए टारगेट प्राइस को 223 रुपये से बढ़ाकर 236 रुपये कर दिया है और अपनी 'बाय' की कॉल को बरकरार रखा है.
कंपनी का मजबूत प्रदर्शनशुक्रवार को कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट बढ़कर 190.34 करोड़ रुपये हो गया है. जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 38.74 करोड़ रुपये था. ये पांच गुना तक की बढ़ोतरी है.
साथ ही, कंपनी का रेवेन्यू भी इस तिमाही में दोगना होकर 1,310 करोड़ रुपये हो गया. जबकि एक साल पहले यह 569.04 करोड़ रुपये था.
ऑर्डर बुक बेहद मजबूतकंपनी के पूर्व सीईओ कैलाश लाल ताराचंदानी ने बताया कि इनॉक्स विंड के पास 3.2 गीगावाट (जीडब्ल्यू) की मजबूत और विविधतापूर्ण ऑर्डर बुक है, जिसमें एनटीपीसी, सीईएससी, एनएलसी इंडिया, कॉन्टिनम, एमप्लस और हीरो फ्यूचर एनर्जीज जैसे जाने-माने ग्राहक शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भारत में विंड एनर्जी बिजनेस के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण को देखते हुए, पवन उपकरण निर्माताओं (ओईएम) और सेवा प्रदाताओं की मांग भविष्य में मजबूत रहने की उम्मीद है.
शेयर परफॉरमेंसपिछले एक साल में यह स्टॉक 22 प्रतिशत तक चढ़ा है. वहीं पिछले 5 साल में इसने निवेशकों को 2,280 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. स्टॉक का 52 हफ्ते का हाई लेवल 261.90 रुपये है, तो स्टॉक का 52 हफ्ते का लो लेवल 124 रुपये का है.
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