मेरठ समाचार: पश्चिमी उत्तर प्रदेश को इस वर्ष एक महत्वपूर्ण उपहार मिलने वाला है। गंगा एक्सप्रेसवे, जो प्रयागराज को मेरठ से जोड़ता है, लगभग तैयार है। बिजौली से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेसवे तेजी से बन रहा है और इसे इस साल जनता के लिए खोलने की योजना है। 594 किलोमीटर लंबी इस सड़क के बन जाने से मेरठ और प्रयागराज के बीच यात्रा का समय 11 घंटे से घटकर केवल 8 घंटे रह जाएगा।
मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य निर्धारित समय के अनुसार चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के साथ एक औद्योगिक कॉरिडोर भी विकसित किया जाएगा, जिससे स्थानीय निवासियों को कई सुविधाएं मिलेंगी।
गंगा एक्सप्रेसवे 12 जिलों से होकर गुजरेगा। यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए खुशी का कारण बनी हुई है। यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज के बीच 594 किलोमीटर लंबा है, और इसके माध्यम से यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। यह मार्ग मेरठ से हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज तक फैला हुआ है।
शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर लंबी एक हवाई पट्टी भी बनाई जाएगी, जो भारतीय वायुसेना के विमानों के लिए उपयोगी होगी। गंगा और रामगंगा नदियों पर पुलों का निर्माण भी किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे पर कुल 18 फ्लाईओवर और 8 रोड ओवर ब्रिज का निर्माण होगा।
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) द्वारा किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे यूपी के शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और आर्थिक विकास में सहायक होगा। इस पर मेरठ और प्रयागराज में मुख्य टोल प्लाजा होंगे, साथ ही 12 अतिरिक्त रैम्प टोल प्लाजा भी स्थापित किए जाएंगे। इस एक्सप्रेसवे पर अधिकतम गति 120 किमी/घंटा निर्धारित की गई है।
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