केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य ने NIELIT डिजिटल विश्वविद्यालय प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया।Image Credit source: PIB
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 2 अक्टूबर को NIELIT डिजिटल विश्वविद्यालय प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया। इस अवसर पर 5 नए केंद्रों की भी शुरुआत की गई। यह प्लेटफॉर्म उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। मुजफ्फरपुर (बिहार), बालासोर (ओडिशा), तिरुपति (आंध्र प्रदेश), लुंगलेई (मिजोरम) और दमन में नए नाइलिट केंद्रों का वर्चुअल उद्घाटन किया गया।
नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में, केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने NIELIT डिजिटल यूनिवर्सिटी (NDU) प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नाइलिट और विभिन्न तकनीकी कंपनियों के बीच समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कोर्स
यह प्लेटफॉर्म एआई, साइबर सुरक्षा, डेटा विज्ञान, सेमीकंडक्टर और अन्य संबंधित क्षेत्रों में उद्योग-केंद्रित कार्यक्रम प्रदान करेगा। इसका उद्देश्य युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करना और उन्हें आवश्यक कौशल से लैस करना है। मंत्री ने बताया कि तीन साल पहले डिजिटल विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया गया था।
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी के क्षेत्र में छात्रों को विशेष मांगों के अनुसार प्रशिक्षित करना आवश्यक है। उनका मानना है कि NIELIT निकट भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगा, जिससे उद्योग और अकादमिक सहयोग को मजबूती मिलेगी।
उद्योगों से जुड़ाव
मंत्री ने यह भी बताया कि परिवहन क्षेत्र में गति शक्ति विश्वविद्यालय की तरह, नाइलिट को भी औद्योगिक आवश्यकताओं से गहराई से जोड़ा जाएगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने कहा कि NDU प्लेटफॉर्म पर पाठ्यक्रमों की विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है, जिससे छात्र अपनी रुचि के अनुसार चयन कर सकते हैं।
NIELIT डिजिटल यूनिवर्सिटी प्लेटफॉर्म का उद्देश्य
NIELIT डिजिटल यूनिवर्सिटी प्लेटफॉर्म (ndu.digital) का उद्देश्य एक विश्वस्तरीय, समावेशी और रोजगार के लिए डिजिटल शिक्षा प्रणाली बनाना है। इसका लक्ष्य डिजिटल इंडिया, एनईपी 2020 और स्किल इंडिया के लक्ष्यों का समर्थन करना है।
मुख्य परिसर की जानकारी
NIELIT को शिक्षा मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है, जिसका मुख्य परिसर रोपड़ (पंजाब) में स्थित है। इसके ग्यारह घटक परिसर विभिन्न राज्यों में हैं, और इसका उद्देश्य डिजिटल प्रौद्योगिकियों के माध्यम से उच्च शिक्षा में क्रांति लाना है।
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