नागपुर, 14 मई . महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे जिया खान ने भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसलों का खुलकर समर्थन किया. उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयान की कड़ी निंदा की.
समाचार एजेंसी से बुधवार को बात करते हुए प्यारे जिया खान ने कहा कि मैं विजय शाह के बयान से बिल्कुल भी इत्तेफाक नहीं रखता हूं. उनके बयान को ज्यादा गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. अगर आप उनका पुराना इतिहास देखेंगे तो पाएंगे कि उन्होंने हमेशा से ही विवादित और गैर-जिम्मेदाराना बयान दिए हैं. विजय शाह को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता.
भारतीय सेना की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सेना को सबसे पहले सैल्यूट है. सेना ने एक मुस्लिम महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी देने की कमान सौंपी. सेना ने सफलतापूर्वक इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. इससे यह साफ हो जाता है कि सेना का कोई धर्म नहीं होता, न जात-पात और न ही संप्रदाय. सेना केवल देशभक्ति और कर्तव्य से प्रेरित होती है.
प्रधानमंत्री मोदी के फैसलों की सराहना करते हुए प्यारे जिया खान ने कहा कि आज हमें प्रधानमंत्री और सरकार के साथ मजबूती से खड़े होने की जरूरत है. जो भी फैसले सरकार ले रही है, वह राष्ट्रहित में हैं. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इसका स्पष्ट उदाहरण है.
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत के पास पाकिस्तान को इस बार सबक सिखाने का सही मौका था, लेकिन इसके बावजूद सीजफायर क्यों किया गया, तो इस पर उन्होंने कहा कि सीजफायर को लेकर जो भी निर्णय लिया गया है, वह बहुत सोच-समझकर और रणनीतिक आधार पर लिया गया है. सरकार और सेना ने मिलकर जो फैसला लिया है, वह देश की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति को ध्यान में रखकर लिया गया है.
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पीएसके/एबीएम