New Delhi, 8 नवंबर . Lok Sabha अध्यक्ष ओम बिरला Monday को नागालैंड के कोहिमा में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए ) India क्षेत्र जोन-III के 22वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. इस अवसर पर वृक्षारोपण अभियान भी आयोजित किया जाएगा. इस अवसर पर नागालैंड के Chief Minister डॉ. नेफ्यू रियो, राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश और नागालैंड विधानसभा के अध्यक्ष और सीपीए India क्षेत्र जोन-III के अध्यक्ष शेरिंगैन लोंगकुमेर उपस्थित रहेंगे.
दो दिवसीय इस सम्मेलन में देशभर से आए प्रतिनिधि भाग लेंगे. सम्मेलन का विषय ‘नीति, प्रगति और लोग: परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में विधानमंडल’ है. सम्मेलन के उप-विषय विकसित India का लक्ष्य प्राप्त करने में विधानमंडलों की भूमिका और जलवायु परिवर्तन है—हाल में उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में बादलों के फटने और भूस्खलन के परिप्रेक्ष्य में.
राज्यसभा के उप उपसभापति हरिवंश समापन समारोह को संबोधित करेंगे. मेघालय विधानसभा के अध्यक्ष और सीपीए India क्षेत्र जोन-III के उपाध्यक्ष थॉमस ए. संगमा तथा नागालैंड विधानसभा के उपाध्यक्ष एस. तोइहो येप्थो धन्यवाद ज्ञापित करेंगे.
सीपीए India क्षेत्र जोन-III ने क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने, सर्वोत्तम संसदीय प्रथाओं को बढ़ावा देने और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में अवसंरचना विकास और एक्ट ईस्ट पॉलिसी जैसे विशिष्ट क्षेत्रीय मुद्दों को संबोधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
इसकी प्रमुख उपलब्धियों में भारत-आसियान व्यापार और सहयोग विजन में उत्तर-पूर्वी क्षेत्र को शामिल करना तथा बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं में तेजी लाने, व्यापार संबंधी आउटपोस्ट को बढ़ाने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का आह्वान शामिल हैं.
यह जोन राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन के कार्यान्वयन, डिजिटलीकरण पर चर्चा और सक्रिय जन भागीदारी के माध्यम से संसदीय प्रक्रियाओं में सुधार लाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है.
–
एएसएच/डीकेपी
You may also like

50 सीटें, 6 हिंदू और 44 मुसलमान... माता वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज एडमिशन पर बवाल, भड़की VHP, मनोज सिन्हा को खत

शिमला में सैलानियों की बढ़ी चहल-पहल, टूरिज्म के होटलों में मिल रही 40 फीसदी तक छूट

डीएम और एसपी ने रात में चेकपोस्ट और एसएसटी चेक प्वाइंट्स का किया निरीक्षण,दिए निर्देश

Kharmas 2025 Dates : जानिए कब शुरू होगा खरमास और इस दौरान क्यों न करें महत्वपूर्ण कार्य

युवक नेˈ पूछा सफलता का मंत्र संत ने उपाय बताने की बजाय युवक को नदी में डूबने छोड़ दिया﹒




