दोस्तो बारिश के दिनों में मच्छर बहुत अधिक हो जाते हैं, जो मलेरिया का कारण बनते हैं, जो एक जानलेवा बीमारी हैं, जो संक्रमित एनोफिलीज़ मच्छर के काटने से होती है। जब यह मच्छर काटता है, तो यह शरीर में प्लास्मोडियम परजीवी फैलाता है, जिससे मलेरिया होता है। ऐसे में अगर इसके लक्षणों का पता पड़ जाएं तो आप इससे बच सकते है, आइए जानते हैं इसके शुरुआती लक्षणों के बारे में-

ठंड और पसीने के साथ तेज़ बुखार
मलेरिया अक्सर लगातार तेज़ बुखार से शुरू होता है, जिसके साथ अचानक ठंड लगना और अत्यधिक पसीना आना शुरू हो जाता है।
शरीर में दर्द और थकान
मलेरिया के रोगियों में मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और सामान्य कमज़ोरी आम है। थकान गंभीर हो सकती है, जिससे नियमित गतिविधियाँ मुश्किल हो जाती हैं।
उल्टी और जी मिचलाना
कई मलेरिया पीड़ितों को उल्टी होती है, जिससे कमज़ोरी और निर्जलीकरण बढ़ सकता है।

पाचन संबंधी समस्याएँ
कुछ मामलों में दस्त या दस्त हो सकते हैं, जिससे परेशानी बढ़ जाती है।
मूत्र में रक्त (गंभीर मामले)
गंभीर संक्रमणों में, मलेरिया हेमट्यूरिया (मूत्र में रक्त) का कारण बन सकता है। यह एक चेतावनी संकेत है और इसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता है।
Disclaimer: This content has been sourced and edited from [tv9hindi]
You may also like
मंत्री के बेटे से परिवहन विभाग ने 3650 रुपये का वसूला जुर्माना
आदिम जनजातियों के उत्थान के लिए सरकार संवेदनशील : चमरा
जिला और पंचायतों में वोट चोर गद्दी छोड को लेकर चलाएं अभियान : कमलेश
ये रहस्यमयी पौधा बाहर निकला पेट घटाए, 21` दिन में गठिया मिटाए और गंजेपन में नए बाल उगाए
WTC Points Table 2025-27: दूसरे टेस्ट में भारत को हराते ही बदल जाएगा WTC पॉइंट्स टेबल, टॉप 2 में इन 2 टीमों की पक्की होगी जगह!