मधुबनी: सुप्रीम कोर्ट में आवारा कुत्तों पर पक्ष और विपक्ष में बहस चल रही है। लेकिन इसी बीच बिहार से एक खौफनाक मामला सामने आया है। यहां एक शख्स पर बंदरों ने हमला कर दिया। ये हमला इतना भयानक और खौफनाक था कि घायल शख्स की मौत हो गई।
मधुबनी में बंदरों ने किसान को मार डाला
बिहार के मधुबनी जिले के शाहपुर गांव में रविवार की सुबह स्थानीय निवासी और किसान 67 वर्षीय रामनाथ चौधरी पर बंदरों ने हमला कर दिया। हमला करने वाले बंदर 20 से अधिक की तादाद में थे। इस खौफनाक हमले में रामनाथ की मौत हो गई। काफी कोशिश के बाद भी वो बंदरों के झुंड से खुद को बचा नहीं पाए। रामनाथ चौधरी लोहट शुगर मिल के सेवानिवृत्त क्लर्क थे।
20 से ज्यादा बंदरों ने किया एक साथ हमला
रामनाथ चौधरी रोज की तरह सुबह में खेत में निकले थे। वो इसी समय अपने जानवरों के लिए खेत से चारा लाने जाते थे। वो चारा काट चुके थे और उसे इकट्ठा कर रहे थे। कभी बंदरों के एक झुंड ने उन्हें घेर लिया। बंदर 20 से ज्यादा की संख्या में थे, रामनाथ ने मुकाबला करने की कोशिश की लेकिन बंदरों का झुंड भारी पड़ गया। इसके बाद बंदरों ने रामनाथ चौधरी को नोच डाला।
किसान को खेत में ही नोच डाला
घायल रामनाथ को गांव के लोग और परिजन उठाक कर मधुबनी सदर अस्पताल ले गए। लेकिन वहां उन्हें डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय मुखिया रामकुमार यादव ने घटना की जानकारी दी। इस भयानक हमले के बाद पंडाउल के सर्कल ऑफिसर पुरुषोत्तम कुमार और पुलिस स्टेशन के इंचार्ज मो. नदीम ने गांव का दौरा किया। उन्होंने वन विभाग से बंदरों को पकड़ने का आग्रह किया।
अब गांव के लोगों में दहशत
रविवार की सुबह बंदरों के हमले के बाद लोगों में दहशत फैल गई है। अब लोग अकेले खुले में जाने से कतरा रहे हैं। गांव के लोगों के अनुसार उन्होंने सोचा भी नहीं था कि बंदर इस तरह से किसी की जान ले सकते हैं। अब उन्हें वन विभाग से ही आस है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बंदर अक्सर फसलों और घरों तक को नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन इस बार तो उन्होंने एक आदमी की जान ही ले ली।
मधुबनी में बंदरों ने किसान को मार डाला
बिहार के मधुबनी जिले के शाहपुर गांव में रविवार की सुबह स्थानीय निवासी और किसान 67 वर्षीय रामनाथ चौधरी पर बंदरों ने हमला कर दिया। हमला करने वाले बंदर 20 से अधिक की तादाद में थे। इस खौफनाक हमले में रामनाथ की मौत हो गई। काफी कोशिश के बाद भी वो बंदरों के झुंड से खुद को बचा नहीं पाए। रामनाथ चौधरी लोहट शुगर मिल के सेवानिवृत्त क्लर्क थे।
20 से ज्यादा बंदरों ने किया एक साथ हमला
रामनाथ चौधरी रोज की तरह सुबह में खेत में निकले थे। वो इसी समय अपने जानवरों के लिए खेत से चारा लाने जाते थे। वो चारा काट चुके थे और उसे इकट्ठा कर रहे थे। कभी बंदरों के एक झुंड ने उन्हें घेर लिया। बंदर 20 से ज्यादा की संख्या में थे, रामनाथ ने मुकाबला करने की कोशिश की लेकिन बंदरों का झुंड भारी पड़ गया। इसके बाद बंदरों ने रामनाथ चौधरी को नोच डाला।
किसान को खेत में ही नोच डाला
घायल रामनाथ को गांव के लोग और परिजन उठाक कर मधुबनी सदर अस्पताल ले गए। लेकिन वहां उन्हें डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय मुखिया रामकुमार यादव ने घटना की जानकारी दी। इस भयानक हमले के बाद पंडाउल के सर्कल ऑफिसर पुरुषोत्तम कुमार और पुलिस स्टेशन के इंचार्ज मो. नदीम ने गांव का दौरा किया। उन्होंने वन विभाग से बंदरों को पकड़ने का आग्रह किया।
अब गांव के लोगों में दहशत
रविवार की सुबह बंदरों के हमले के बाद लोगों में दहशत फैल गई है। अब लोग अकेले खुले में जाने से कतरा रहे हैं। गांव के लोगों के अनुसार उन्होंने सोचा भी नहीं था कि बंदर इस तरह से किसी की जान ले सकते हैं। अब उन्हें वन विभाग से ही आस है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बंदर अक्सर फसलों और घरों तक को नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन इस बार तो उन्होंने एक आदमी की जान ही ले ली।
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