शिमला : हिमाचल प्रदेश के प्रतिष्ठित शिमला बोर्डिंग उस स्कूल में उस समय हड़कंप मच गया, जब यहां पढ़ने वाले तीन छात्र लापता हो गए। नामी बोर्डिंग स्कूल से तीन बच्चों के गायब होने से सनसनी मच गई। हालांकि पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही बच्चों को ढूंढ निकाला। ये बच्चे कक्षा 6 में पढ़ते हैं। पुलिस तीनों को कोटखाई इलाके से बरामद किया गया। उनका किडनैप कर लिया गया था। पुलिस ने एक किडनैपर को भी गिरफ्तार कर लिया है। बाकी की तलाश चल रही है।
कोटखाई पुलिस स्टेशन के SHO अंकुश ठाकुर ने बताया कि सभी तीनों बच्चे सुरक्षित हैं। उन्हें कोटखाई में कोकुनाला के पास से एक खंडहर इमारत से रेस्क्यू किया गया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक शख्स को हिरासत में लिया गया है।
हरियाणा, पंजाब और हिमाचल के हैं बच्चेपुलिस ने बताया कि जिन बच्चों का किडनैप हुआ उनके नाम वेदांश भारती, अंगद लाठर और हितेंद्र सिंह हैं। वेदांश हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले का रहने वाला है। वहीं अंगद लाठर हरियाणा के करनाल का और हितेंद्र सिंह पंजाब के मोहाली का रहने वाला है।
परमिशन लेकर बाहर गए थेपुलिस ने बताया कि शिमला बोर्डिंग स्कूल में वीकेंड पर बच्चों को बाहर जाने की अनुमति होती है। तीनों बच्चे परमिशन के बाद शनिवार दोपहर करीब 12 बजे स्कूल से बाहर घूमने निकले थे। जब शाम पांच बजे तक वे वापस नहीं लौटे तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल की शिकायत पर न्यू शिमला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया। उसके बाद छात्रों की तलाश शुरू की।
अमेरिका से आई कॉललापता बच्चों के माता-पिता काफी प्रभावशाली परिवारों से हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों के लापता होने के बाद शनिवार शाम को उनके पास एक कॉल आई। यह कॉल अमेरिका के नंबर से आई थी। कॉल करने वाले ने कहा कि उनके बच्चे बहुत खतरनाक लोगों की कैद में हैं। हालांकि, हैरान कर देने वाली है कि कॉल करने वाले ने कोई फिरौती नहीं मांगी। बच्चों के परेशान माता-पिता आनन-फानन में शिमला पहुंचे और पुलिस के साथ लगातार संपर्क में रहे।
सीसीटीवी फुटेज में भी नहीं आए नजरशिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया था कि बच्चे स्कूल से लगभग 600 मीटर की दूरी पर गायब हुए। बच्चों को आखिरी बार स्कूल के पास देखा गया था। पुलिस की टीम ने शिमला के कई इलाकों के CCTV फुटेज चेक किए। हैरानी की बात थी कि स्कूल से निकलने के बाद ये बच्चे कहीं नजर नहीं आए। वे मॉल रोड भी नहीं पहुंचे थे।
150 पुलिसवाले, ड्रोन और साइबर टीमें जुटींबच्चों को ढूंढने के लिए पुलिस की 150 पुलिसकर्मियों की टीमें लगाई गईं। ड्रोन और साइबर टीमों को भी लगाया गया था। शिमला पुलिस ने पड़ोसी राज्यों की पुलिस को भी अलर्ट किया। बॉर्डर पर सुरक्षा तेज की गई। आखिरकार बच्चों को ढूंढ निकाला गया। पुलिस ने 45 साल के एक सुमित सूद नाम के छात्र को गिरफ्तार किया है।
कमरे में बंद थे छात्रसूत्रों ने बताया कि हितेंद्र के पिता एक नेता हैं। पुलिस ने बताया कि तीनों छात्रों को शिमला शहर से 58 किलोमीटर दूर कोटखाई में एक इमारत की चौथी मंजिल पर कमरे में कैद करके रखा गया था। पुलिस ने जब यहां छापा मारा तो कमरे से मास्क, रस्सियां और धारदार हथियार मिले।
कोटखाई पुलिस स्टेशन के SHO अंकुश ठाकुर ने बताया कि सभी तीनों बच्चे सुरक्षित हैं। उन्हें कोटखाई में कोकुनाला के पास से एक खंडहर इमारत से रेस्क्यू किया गया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक शख्स को हिरासत में लिया गया है।
हरियाणा, पंजाब और हिमाचल के हैं बच्चेपुलिस ने बताया कि जिन बच्चों का किडनैप हुआ उनके नाम वेदांश भारती, अंगद लाठर और हितेंद्र सिंह हैं। वेदांश हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले का रहने वाला है। वहीं अंगद लाठर हरियाणा के करनाल का और हितेंद्र सिंह पंजाब के मोहाली का रहने वाला है।
परमिशन लेकर बाहर गए थेपुलिस ने बताया कि शिमला बोर्डिंग स्कूल में वीकेंड पर बच्चों को बाहर जाने की अनुमति होती है। तीनों बच्चे परमिशन के बाद शनिवार दोपहर करीब 12 बजे स्कूल से बाहर घूमने निकले थे। जब शाम पांच बजे तक वे वापस नहीं लौटे तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल की शिकायत पर न्यू शिमला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया। उसके बाद छात्रों की तलाश शुरू की।
अमेरिका से आई कॉललापता बच्चों के माता-पिता काफी प्रभावशाली परिवारों से हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों के लापता होने के बाद शनिवार शाम को उनके पास एक कॉल आई। यह कॉल अमेरिका के नंबर से आई थी। कॉल करने वाले ने कहा कि उनके बच्चे बहुत खतरनाक लोगों की कैद में हैं। हालांकि, हैरान कर देने वाली है कि कॉल करने वाले ने कोई फिरौती नहीं मांगी। बच्चों के परेशान माता-पिता आनन-फानन में शिमला पहुंचे और पुलिस के साथ लगातार संपर्क में रहे।
सीसीटीवी फुटेज में भी नहीं आए नजरशिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया था कि बच्चे स्कूल से लगभग 600 मीटर की दूरी पर गायब हुए। बच्चों को आखिरी बार स्कूल के पास देखा गया था। पुलिस की टीम ने शिमला के कई इलाकों के CCTV फुटेज चेक किए। हैरानी की बात थी कि स्कूल से निकलने के बाद ये बच्चे कहीं नजर नहीं आए। वे मॉल रोड भी नहीं पहुंचे थे।
150 पुलिसवाले, ड्रोन और साइबर टीमें जुटींबच्चों को ढूंढने के लिए पुलिस की 150 पुलिसकर्मियों की टीमें लगाई गईं। ड्रोन और साइबर टीमों को भी लगाया गया था। शिमला पुलिस ने पड़ोसी राज्यों की पुलिस को भी अलर्ट किया। बॉर्डर पर सुरक्षा तेज की गई। आखिरकार बच्चों को ढूंढ निकाला गया। पुलिस ने 45 साल के एक सुमित सूद नाम के छात्र को गिरफ्तार किया है।
कमरे में बंद थे छात्रसूत्रों ने बताया कि हितेंद्र के पिता एक नेता हैं। पुलिस ने बताया कि तीनों छात्रों को शिमला शहर से 58 किलोमीटर दूर कोटखाई में एक इमारत की चौथी मंजिल पर कमरे में कैद करके रखा गया था। पुलिस ने जब यहां छापा मारा तो कमरे से मास्क, रस्सियां और धारदार हथियार मिले।
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