पटना: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भारतीय जनता पार्टी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर राजनीतिक आरोप लगाए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में फोटो दिखाते हुए पीके ने दावा किया कि बीजेपी बिहार चुनाव में अपनी हार के डर से जन सुराज के उम्मीदवारों को डराकर, फुसलाकर और रसूख का इस्तेमाल करके चुनाव मैदान से हटने या नामांकन न करने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के तीन घोषित प्रत्याशी दबाव में आकर या तो नामांकन दाखिल नहीं कर पाए या उन्हें वापस लेना पड़ा। पीके के इन आरोपों ने बिहार के चुनावी माहौल में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने रुकवाया नामांकनप्रशांत किशोर ने दानापुर सीट का विशेष रूप से जिक्र करते हुए एक तस्वीर दिखाई और चौंकाने वाला आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनका उम्मीदवार अखिलेश उर्फ मुटुर शाह, जो पहले अफवाहों में अपहरण का शिकार बताया जा रहा था, नामांकन के दिन गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठे हुए थे। पीके ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री का रसूख दिखाकर उनके उम्मीदवार को बहलाया गया और पूरे दिन बैठा कर रखा गया, ताकि वो समय पर निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर नामांकन दाखिल न कर सकें। पीके के अनुसार, बीजेपी महागठबंधन का डर दिखाकर वोट मांग रही है, जबकि असली डर उसे जन सुराज जैसे ईमानदार विकल्प से है।
तीन उम्मीदवारों को दबाव में हटना पड़ापीके ने खुलासा किया कि पिछले चार-पांच दिनों के अंदर जन सुराज के तीन घोषित उम्मीदवारों को धमकी देकर नामांकन वापस करवाया गया है। उन्होंने कहा, 'चुनाव प्रक्रिया शुरू होते ही बीजेपी की घबराहट दिखने लगी। हमारे उम्मीदवारों को या तो घरों में कैद कर दिया गया या डराया गया।' पीके ने बीजेपी पर डर और भ्रम का माहौल बनाने का आरोप लगाया, जिसमें वे ये छवि बना रहे हैं कि चुनाव कोई भी जीते, सरकार वही बनाएंगे।
जन सुराज नहीं झुकेगा: प्रशांत किशोरप्रशांत किशोर ने बीजेपी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी या एनडीए को हराने तक पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, 'खरीद लो जितने उम्मीदवार, धमका लो जितनों को धमका सकते हो, घर में बंद कर दो जितनों को करना है लेकिन जन सुराज पीछे नहीं हटेगा।' पीके ने ये भी कहा कि बीजेपी को महागठबंधन से नहीं, बल्कि अच्छे और ईमानदार लोगों से डर लगता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह चुनाव पूरी ताकत से लड़ा जाएगा और 14 नवंबर को नतीजे सब साफ कर देंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने रुकवाया नामांकनप्रशांत किशोर ने दानापुर सीट का विशेष रूप से जिक्र करते हुए एक तस्वीर दिखाई और चौंकाने वाला आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनका उम्मीदवार अखिलेश उर्फ मुटुर शाह, जो पहले अफवाहों में अपहरण का शिकार बताया जा रहा था, नामांकन के दिन गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठे हुए थे। पीके ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री का रसूख दिखाकर उनके उम्मीदवार को बहलाया गया और पूरे दिन बैठा कर रखा गया, ताकि वो समय पर निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर नामांकन दाखिल न कर सकें। पीके के अनुसार, बीजेपी महागठबंधन का डर दिखाकर वोट मांग रही है, जबकि असली डर उसे जन सुराज जैसे ईमानदार विकल्प से है।
तीन उम्मीदवारों को दबाव में हटना पड़ापीके ने खुलासा किया कि पिछले चार-पांच दिनों के अंदर जन सुराज के तीन घोषित उम्मीदवारों को धमकी देकर नामांकन वापस करवाया गया है। उन्होंने कहा, 'चुनाव प्रक्रिया शुरू होते ही बीजेपी की घबराहट दिखने लगी। हमारे उम्मीदवारों को या तो घरों में कैद कर दिया गया या डराया गया।' पीके ने बीजेपी पर डर और भ्रम का माहौल बनाने का आरोप लगाया, जिसमें वे ये छवि बना रहे हैं कि चुनाव कोई भी जीते, सरकार वही बनाएंगे।
जन सुराज नहीं झुकेगा: प्रशांत किशोरप्रशांत किशोर ने बीजेपी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी या एनडीए को हराने तक पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, 'खरीद लो जितने उम्मीदवार, धमका लो जितनों को धमका सकते हो, घर में बंद कर दो जितनों को करना है लेकिन जन सुराज पीछे नहीं हटेगा।' पीके ने ये भी कहा कि बीजेपी को महागठबंधन से नहीं, बल्कि अच्छे और ईमानदार लोगों से डर लगता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह चुनाव पूरी ताकत से लड़ा जाएगा और 14 नवंबर को नतीजे सब साफ कर देंगे।
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