शिमला: हिमाचल के धर्मशाला से बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा की एक फेसबुक पोस्ट ने बवाल मचा दिया है। सुधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की एक फोटो फेसबुक पर पोस्ट की थी। कांग्रेस नेताओं ने इसे मुख्यमंत्री का अपमान बताते हुए बीजेपी विधायक की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि यह प्रदेश की गरिमामयी राजनीतिक परंपरा के खिलाफ है। दरअसल सुधीर शर्मा ने बृहस्पतिवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर मुख्यमंत्री सुक्खू की एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें मुख्यमंत्री अपने ही चित्र का एक स्केच हाथ में लिए दिखाई दे रहे हैं। इस तस्वीर के साथ शर्मा ने कैप्शन में लिखा, प्रदेश के इतिहास में पहली बार, कार्टून का स्केच। इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कुछ लोगों ने इसे मुख्यमंत्री का अपमान बताया, तो कुछ ने इसे केवल राजनीतिक व्यंग्य कहकर बचाव किया।
कांग्रेस नेताओं का पलटवार
मुख्यमंत्री सुक्खू के प्रमुख सलाहकार नरेश चौहान ने इस पोस्ट को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि विधायक सुधीर शर्मा की यह टिप्पणी उनकी हताशा और असंतुलन को दर्शाती है। चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हिमाचल प्रदेश अपनी राजनीतिक शालीनता और परिपक्वता के लिए जाना जाता है। विधायकों को मुख्यमंत्री के पद का सम्मान करना चाहिए। इस तरह की भाषा और पोस्ट हमारी संस्कृति और परंपरा के अनुरूप नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू की लोकप्रियता इस तरह की व्यक्तिगत टिप्पणियों से प्रभावित नहीं होगी। चौहान ने कहा कि राजनीतिक आलोचना हमेशा तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए। जनता व्यक्तिगत हमलों को पसंद नहीं करती। यह हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
विक्रमादित्य सिंह ने दी नसीहत
राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी सुधीर शर्मा की पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल की राजनीति शालीनता और भाईचारे की प्रतीक रही है। सभी नेताओं को इस परंपरा को बनाए रखना चाहिए। सिंह ने कहा कि विपक्ष को अपनी भूमिका निभाने का पूरा अधिकार है, लेकिन आरोप-प्रत्यारोप मुद्दों और नीतियों पर आधारित होने चाहिए। व्यक्तिगत हमले राजनीति की गरिमा को कम करते हैं।
सुधीर शर्मा ने भी दिया जवाब
लगातार बढ़ रही आलोचना पर विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि मैंने अपनी पोस्ट में मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया। अगर किसी को लगता है कि वह मुख्यमंत्री हैं, तो यह उनकी व्याख्या है, मेरी नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी पोस्ट को गलत तरीके से समझा गया है और इसका राजनीतिक अर्थ निकालना अनुचित है।
कांग्रेस नेताओं का पलटवार
मुख्यमंत्री सुक्खू के प्रमुख सलाहकार नरेश चौहान ने इस पोस्ट को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि विधायक सुधीर शर्मा की यह टिप्पणी उनकी हताशा और असंतुलन को दर्शाती है। चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हिमाचल प्रदेश अपनी राजनीतिक शालीनता और परिपक्वता के लिए जाना जाता है। विधायकों को मुख्यमंत्री के पद का सम्मान करना चाहिए। इस तरह की भाषा और पोस्ट हमारी संस्कृति और परंपरा के अनुरूप नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू की लोकप्रियता इस तरह की व्यक्तिगत टिप्पणियों से प्रभावित नहीं होगी। चौहान ने कहा कि राजनीतिक आलोचना हमेशा तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए। जनता व्यक्तिगत हमलों को पसंद नहीं करती। यह हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
विक्रमादित्य सिंह ने दी नसीहत
राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी सुधीर शर्मा की पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल की राजनीति शालीनता और भाईचारे की प्रतीक रही है। सभी नेताओं को इस परंपरा को बनाए रखना चाहिए। सिंह ने कहा कि विपक्ष को अपनी भूमिका निभाने का पूरा अधिकार है, लेकिन आरोप-प्रत्यारोप मुद्दों और नीतियों पर आधारित होने चाहिए। व्यक्तिगत हमले राजनीति की गरिमा को कम करते हैं।
सुधीर शर्मा ने भी दिया जवाब
लगातार बढ़ रही आलोचना पर विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि मैंने अपनी पोस्ट में मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया। अगर किसी को लगता है कि वह मुख्यमंत्री हैं, तो यह उनकी व्याख्या है, मेरी नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी पोस्ट को गलत तरीके से समझा गया है और इसका राजनीतिक अर्थ निकालना अनुचित है।
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