श्रीनगर: पहलगाम हमले की जांच कर रही एनआईए ने आतंकियों से जुड़ी कई अहम जानकारियों हाथ लगी हैं। NIA को पहलगाम आतंकी हमले में 2023 राजौरी अटैक में शामिल आतंकवादियों की भूमिका पर संदेह है। एजेंसी ने जम्मू की एक जेल में बंद दो आतंकियों से पूछताछ की है। आतंकी सहयोगी निसार और मुश्ताक ने कथित तौर पर 2023 में राजौरी में हुए हमलों के पीछे आतंकवादियों की मदद की थी। वे अप्रैल 2023 से जेल में हैं। राजौरी अटैक में सात लोगों की मौत हुई थी जबकि 12 अन्य घायल हुए थे। हमले में राइफल और आईईडी का इस्तेमाल हुआ था। NIA बॉर्डर तक खंगालेगी इनपुट 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 टूरिस्ट की मौत हो गई थी। इनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। पहलगाम आतंकी हमले की जांच को एनआईए चीफ सदानंद दाते खुद देख रहे हैं। वह खुद बैसरन वैली पहुंचे थे। जांच एजेंसी ने अब इंवेस्टीगेशन को दायरे का फैसला किया है। एजेंसी ने माछिल, केरन, नौगाम, बारामूला और उरी समेत सीमावर्ती इलाकों तक जांच का फैसला किया है। इन सभी इलाकों में पाकिस्तान से घुसपैठ की आशंका सामने आई है। एनआईए ने तमाम संदिग्धों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स से पूछताछ के साथ बैसरन वैली की 3D मैपिंग की है। आतंकियों के समर्थकों पर बड़ा एक्शन पहलगाम आतंकी हमले में एक तरफ जहां एनआईए की जांच जारी है तो वहीं दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकवाद से सहानुभूति रखने वालों के खिलाफ जन सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रही है। पिछले दो दिनों में कश्मीर क्षेत्र में आतंकवाद के 100 से अधिक समर्थकों और समर्थकों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस की तरफ से इन सभी से पूछताछ की जा रही है। इससे पहले पुलिस ने लोगों को चेतावनी जारी करके कहा था कि वे आतंकियों से जड़े संगठनों से दूर रहें।
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बैसरन वैली की 3D मैपिंग के साथ NIA ने बढ़ाया जांच का दायरा, संदेह में आए दो आतंकी से की पूछताछ
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