भोपाल: यूपी के बाद एमपी की राजधानी भोपाल में भी आई लव मोहम्मद कैंपेन की शुरुआत हो गई है। जुमे की नमाज के बाद मस्जिदों के बाहर गाड़ियों पर यह पोस्टर चिपकाए गए हैं। हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने गाड़ियों पर स्टिकर चिपकवाए हैं। इस दौरान लोगों ने कहा है कि हमें अपने नबी का नाम लेने से कोई रोक नहीं सकता है।
ताज उल मस्जिद के बाहर जमा हुए मुस्लिम समाज के लोगदरअसल, भोपाल में ताज उल मस्जिद एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद है। जुमे की नमाज में हजारों लोग यहां शामिल होते हैं। नमाज के बाद बहर निकलते मुस्लिम समाज के लोगों की गाड़ियों पर आई लव मोहम्मद के स्टिकर चिपकाए जाने लगे। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग गाड़ियों पर स्टिकर चिपकाने में लगे थे। बाइक से लेकर कार तक पर यह स्टिकर चिपकाई जा रही थी।
इस दौरान बड़ी संख्या में वहां पुलिस की तैनाती भी रही है। गाड़ी पर स्टिकर चिपकवा रहे मुस्लिम समाज के लोगों का कहना था कि जिस तरह हिंदू लोग अपने राम का नाम लेते हैं। हम भी अपने नबी को याद कर रहे हैं। इस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
भोपाल में जुमे की नमाज के दिन हजारों गाड़ियों पर यह स्टिकर लगाई गई है। अभी आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी लोग इसे लेकर अभियान चला रहे हैं।
आई लव महाकालवहीं, एमपी में आई लव मोहम्मद अभियान पर प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई है। हिंदू संगठन के लोग आई लव महाकाल अभियान चला रहे हैं। उनका कहना है कि मुस्लिम समाज के लोगों ने यह नई परंपरा शुरू की है। एमपी में प्रशासन भी अलर्ट पर है कि यह विवाद का रूप नहीं ले ले।
ताज उल मस्जिद के बाहर जमा हुए मुस्लिम समाज के लोगदरअसल, भोपाल में ताज उल मस्जिद एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद है। जुमे की नमाज में हजारों लोग यहां शामिल होते हैं। नमाज के बाद बहर निकलते मुस्लिम समाज के लोगों की गाड़ियों पर आई लव मोहम्मद के स्टिकर चिपकाए जाने लगे। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग गाड़ियों पर स्टिकर चिपकाने में लगे थे। बाइक से लेकर कार तक पर यह स्टिकर चिपकाई जा रही थी।
इस दौरान बड़ी संख्या में वहां पुलिस की तैनाती भी रही है। गाड़ी पर स्टिकर चिपकवा रहे मुस्लिम समाज के लोगों का कहना था कि जिस तरह हिंदू लोग अपने राम का नाम लेते हैं। हम भी अपने नबी को याद कर रहे हैं। इस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
भोपाल में जुमे की नमाज के दिन हजारों गाड़ियों पर यह स्टिकर लगाई गई है। अभी आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी लोग इसे लेकर अभियान चला रहे हैं।
आई लव महाकालवहीं, एमपी में आई लव मोहम्मद अभियान पर प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई है। हिंदू संगठन के लोग आई लव महाकाल अभियान चला रहे हैं। उनका कहना है कि मुस्लिम समाज के लोगों ने यह नई परंपरा शुरू की है। एमपी में प्रशासन भी अलर्ट पर है कि यह विवाद का रूप नहीं ले ले।
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