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पाकिस्तान की तारीफ में अब चीन के ये बोल... क्या भारत की बढ़ने वाली है टेंशन

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नई दिल्ली: चीनी विदेश मंत्री वांग यी की पाकिस्तान यात्रा से भारत में चिंता बढ़ गई है। दरअसल इस्लामाबाद में उन्होंने पाकिस्तान को लेकर कई अहम बातें कहीं हैं।यह यात्रा उनके दिल्ली दौरे के बाद हुई है। वांग यी ने कहा कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती समय के साथ और मजबूत हुई है। उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को और आगे बढ़ाने की बात भी कही। साथ ही, आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के प्रयासों की सराहना की। इससे भारत की चिंता बढ़ सकती है, क्योंकि चीन, पाकिस्तान का सबसे बड़ा सहयोगी और हथियारों का निर्यातक है।



चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यह बैठक चीन-पाकिस्तान विदेश मंत्रियों की छठी रणनीतिक वार्ता के बाद हुई। वांग यी ने कहा कि बैठक दोस्ताना माहौल में हुई और लगभग सभी मुद्दों पर सहमति बनी।



चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि दोनों देशों के बीच अटूट रणनीतिक साझेदारी है। यह साझेदारी न केवल दोनों देशों के विकास के लिए जरूरी है, बल्कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। वांग यी ने चीन-पाकिस्तान संबंधों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। वांग यी ने कहा कि CPEC को अब और बेहतर बनाया जाएगा।इसे CPEC 2.0 कहा जाएगा। इसमें उद्योग, कृषि और खनन के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया जाएगा। उन्होंने ग्वादर पोर्ट, काराकोरम हाईवे प्रोजेक्ट और रेलवे के विकास में तीसरे देशों की भागीदारी का भी स्वागत किया।



  • चीन ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के प्रयासों और बलिदानों की सराहना की। पाकिस्तान ने चीनी नागरिकों, परियोजनाओं और संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का वादा किया।
  • वांग यी ने कहा कि दोनों देश दक्षिण एशिया और वैश्विक स्तर पर चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम करेंगे। वे शांति, सहयोग, खुलेपन और समावेश के एशियाई मूल्यों के आधार पर क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक बहुपक्षीय प्रणाली को मजबूत करेंगे।
  • संयुक्त राष्ट्र की 80वीं वर्षगांठ पर, दोनों देशों ने द्वितीय विश्व युद्ध की जीत की उपलब्धियों को बचाने और सच्चे बहुपक्षवाद का समर्थन करने का संकल्प लिया।
  • वांग यी ने कहा कि चीन और पाकिस्तान मिलकर ग्लोबल साउथ की एकजुटता को बढ़ाएंगे और मानव समुदाय के लिए लगातार प्रयास करेंगे।
भारत को क्यों रहना होगा सतर्क?
  • चीनी विदेश मंत्री वांग यी की पाकिस्तान यात्रा भारत के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने पाकिस्तान के साथ चीन की दोस्ती को और मजबूत करने और CPEC को आगे बढ़ाने की बात कही है। चीन, पाकिस्तान को सैन्य सहायता भी दे रहा है, जिससे भारत की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
  • चीन और पाकिस्तान के बीच बढ़ती नजदीकी भारत के लिए एक चुनौती है। भारत को इस स्थिति पर नजर रखनी होगी और अपनी सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने होंगे। चीन की पाकिस्तान को मदद करने की नीति भारत के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि इससे पाकिस्तान की सैन्य क्षमता बढ़ जाएगी।
  • भारत को चीन के साथ अपने संबंधों को संतुलित करने की जरूरत है। एक तरफ, उसे चीन के साथ व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ाना होगा। दूसरी तरफ, उसे अपनी सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए भी तैयार रहना होगा।
  • यह जरूरी है कि भारत इस क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत करे और अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे। इससे भारत को चीन के प्रभाव का मुकाबला करने में मदद मिलेगी।
  • भारत को अपनी रक्षा तैयारियों को भी मजबूत करना होगा। उसे अपनी सेना को आधुनिक बनाना होगा और अपनी सीमाओं की सुरक्षा को बढ़ाना होगा। इससे भारत किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार रहेगा।
  • यह भी महत्वपूर्ण है कि भारत अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम करे। इससे भारत को चीन के प्रभाव का मुकाबला करने और अपनी सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
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