काबुल: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच एक हफ्ते से ज्यादा चले संघर्ष के बाद दोनों पक्षों में युद्धविराम हुआ है। कतर और तुर्की की मध्यस्थता से रविवार को दोहा में दोनों पक्ष तत्काल लड़ाई रोकने पर राजी हुए। इस समझौते के बाद सीमा पर लड़ाई रुक गई है लेकिन दोनों ओर से बयानबाजी जारी है। खासतौर से पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ तीखी बयानबाजी कर रहे है, जिसका उनको तालिबान से कड़ा जवाब मिल रहा है।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने दोहा में सीजफायर समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते के बाद आसिफ ने कई बातें कहीं और खुद ही अपनी पीठ ठोंकने का काम किया। हाल ही में उन्होंने बयान दिया कि इस डील की शर्तें सीक्रेट हैं, जिनका खुलासा नहीं किया जा सकता। इस पर तालिबान ने उनसे पूछा है कि समझौते में सीक्रेट जैसा क्या है।
समझौते की शर्तें सबके सामनेअफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी करते हुए कहा है कि दोहा में पाकिस्तान के साथ हुए युद्धविराम समझौते की शर्तें रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने बताई हैं। उनकी ओर से पहले ही बताई गई बातों के अलावा इस डील में कुछ भी छिपा हुआ नहीं है। बयान में कहा गया है कि समझौते के बाद मुजाहिद ने अफगान पत्रकारों को ऑनलाइन ब्रीफिंग दे दी थी।
अफगान रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, समझौते के प्रमुख तत्वों में पूर्ण युद्धविराम, आपसी सम्मान, एक-दूसरे के सैन्य या नागरिक बुनियादी ढांचे पर कोई हमला नहीं करना, बातचीत के जरिए मुद्दों का समाधान और एक-दूसरे पर हमलों का समर्थन ना करना शामिल है। इसके बारे में सभी को जानकारी पहले ही दी जा चुकी है।
आसिफ के दावे गलतमंत्रालय ने पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के उस बयान पर हैरानी जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस समझौते का विवरण 'गोपनीय' है। अफगान रक्षा मंत्रालय ने ख्वाजा आसिफ के बड़ेबोलेपन की पोल खोलते हुए साफ किया है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के दावों में किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं है।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने दोहा में सीजफायर समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते के बाद आसिफ ने कई बातें कहीं और खुद ही अपनी पीठ ठोंकने का काम किया। हाल ही में उन्होंने बयान दिया कि इस डील की शर्तें सीक्रेट हैं, जिनका खुलासा नहीं किया जा सकता। इस पर तालिबान ने उनसे पूछा है कि समझौते में सीक्रेट जैसा क्या है।
समझौते की शर्तें सबके सामनेअफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी करते हुए कहा है कि दोहा में पाकिस्तान के साथ हुए युद्धविराम समझौते की शर्तें रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने बताई हैं। उनकी ओर से पहले ही बताई गई बातों के अलावा इस डील में कुछ भी छिपा हुआ नहीं है। बयान में कहा गया है कि समझौते के बाद मुजाहिद ने अफगान पत्रकारों को ऑनलाइन ब्रीफिंग दे दी थी।
अफगान रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, समझौते के प्रमुख तत्वों में पूर्ण युद्धविराम, आपसी सम्मान, एक-दूसरे के सैन्य या नागरिक बुनियादी ढांचे पर कोई हमला नहीं करना, बातचीत के जरिए मुद्दों का समाधान और एक-दूसरे पर हमलों का समर्थन ना करना शामिल है। इसके बारे में सभी को जानकारी पहले ही दी जा चुकी है।
आसिफ के दावे गलतमंत्रालय ने पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के उस बयान पर हैरानी जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस समझौते का विवरण 'गोपनीय' है। अफगान रक्षा मंत्रालय ने ख्वाजा आसिफ के बड़ेबोलेपन की पोल खोलते हुए साफ किया है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के दावों में किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं है।
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