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गेंद और बल्ले से यूं ही नहीं छाई शेफाली वर्मा, खुद 'भगवान' का था हाथ, सचिन तेंदुलकर ने फूंक दी थी जान

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नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका के खिलाफ महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में 21 साल की शेफाली वर्मा ने कोहराम मचा दिया था। पहले वह बल्लेबाजी में बरसी। फिर इसके बाद गेंदबाजी में भी शेफाली ने कमाल कर दिया। उनको अपने गजब प्रदर्शन के लिए फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला। बता दें कि शेफाली वर्मा ने 7 चौके और 2 छक्कों की मदद से 87 रन बनाए। इसके बाद 36 रन देकर 2 विकेट भी लिए थे। हालांकि, मैच के बाद शेफाली ने खुलासा किया कि क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर से मिलने के बाद उनका हौसला बढ़ गया था।

सचिन तेंदुलकर से मिला था शेफाली वर्मा को कॉन्फिडेंस
बता दें कि भारत के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर फाइनल वाले दिन डिवाई पाटिल स्टेडियम में मौजूद थे। वह भारतीय टीम से मिले भी। शेफाली ने वर्ल्ड कप जीतने के बाद खुलासा किया कि कैसे उनको सचिन से कॉन्फिडेंस मिला। शेफाली वर्मा ने कहा, 'जब मैंने उन्हें देखा, मुझे जबरदस्त बूस्ट मिला। मैं उनसे बात करती गई, वो मुझे कॉन्फिडेंस देते गए। वह क्रिकेट के मास्टर हैं। हम उनको सिर्फ देखकर भी प्रेरित होते रहते हैं।'


फॉर्म में चल रही सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल के चोटिल होने के कारण नॉकआउट में टीम में शामिल हुई शेफाली ने कहा, ‘भगवान ने यहां कुछ करने के लिए भेजा था। इस अहसास को बयां नहीं कर सकती। सीधे नॉकआउट में आना मुश्किल था। लेकिन भरोसा था। परिवार का पूरा सहयोग था। फाइनल बहुत महत्वपूर्ण था। यह यादगार क्षण है।’ उन्होंने कहा, ‘आज योजना स्पष्ट थी, खुश हूं कि इसके मुताबिक खेल पाई क्योंकि सभी सीनियर ने कहा था कि अपना गेम खेलो। ’


हरमनप्रीत कौर ने शेफाली की गेंदबाजी पर दिया बयान

हरमनप्रीत कौर ने शेफाली वर्मा की गेंदबाजी पर कहा, ‘जब लौरा वोलवार्ट और सुने लुस बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रही थीं तो मैंने शेफाली को देखा। उसने जैसी बल्लेबाजी की थी तो मुझे लगता कि उसे कम से कम एक ओवर तो देना होगा और यही हमारे लिए टर्निंग प्वाइंट रहा। उसने कहा कि अगर गेंदबाजी करूंगी तो 10 ओवर डालूंगी। उसे श्रेय जाता है। वह काफी सकारात्मक थी। उसे सलाम।’
(भाषा के इनपुट के साथ)
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