कानपुर, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . जिन बच्चों ने कोविड महामारी में अपने माता पिता दोनों को खो दिया. गम के अंधेरे से गुज़र चुके इन बच्चों के चेहरों पर एक खास मुस्कान लाने के उद्देश्य से उन्हें मिठाई, दीया-बत्ती, चॉकलेट और किताबें भेंट करी. साथ ही एक अभिभावक के रूप में वे हर पल उनके साथ खड़े हैं. यह बातें शुक्रवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कही.
जिलाधिकारी ने बताया कि Chief Minister बाल सेवा योजना के तहत शून्य से अठारह वर्ष की आयु तक के बच्चों को प्रतिमाह चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है. तेईस वर्ष की आयु पूरी होने पर उन्हें दस लाख रुपये की एकमुश्त धनराशि मिलेगी जिससे उनकी उच्च शिक्षा और जीवन की राह आसान होगी. सभी बच्चों को आयुष्मान भारत योजना से पाँच लाख रुपये का स्वास्थ्य कवरेज उपलब्ध है. इसके अतिरिक्त लैपटॉप और टैबलेट भी वितरित किए गए हैं, ताकि पढ़ाई में किसी तरह की बाधा न आए.
जिलाधिकारी ने बच्चों से कहा कि वे उनके जैविक पिता नहीं हैं लेकिन एक जिलाधिकारी के रूप में उनके वैधानिक अभिभावक हैं और उनकी देखभाल अभिभावक की तरह करना उनका कर्तव्य है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि कोई भी बच्चा खुद को अकेला महसूस न करे, प्रशासन और सरकार हर पल उनके साथ है.
संवाद के दौरान बच्चों ने अपने सपनों को साझा किया. किसी ने डॉक्टर बनने की इच्छा जताई, किसी ने इंजीनियर या चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का लक्ष्य रखा. कुछ बच्चों ने एथलीट बनने का सपना बताया तो कई ने आईएएस और आईपीएस बनकर देश की सेवा करने का संकल्प लिया. जिलाधिकारी ने बच्चों को करियर काउंसलिंग दी और समझाया कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और धैर्य से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है. उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने लक्ष्य की ओर आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें.
कक्षा दसवीं की छात्रा गरिमा सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और Chief Minister योगी आदित्यनाथ की वजह से उनके सपने ज़िंदा हैं. योजनाओं से मिलने वाली मदद से पढ़ाई बेहतर तरीके से हो रही है. उन्होंने कहा कि दीपावली को खास बनाने के लिए जिलाधिकारी का आभार है. सिंधुजा यादव ने कहा कि इस आयोजन से उन्हें यह एहसास हुआ कि वे अकेली नहीं हैं. समाज और प्रशासन हर कदम पर उनका संबल बने हुए हैं.
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
You may also like
Rajnath Singh: रक्षा मंत्री का बड़ा बयान, भारत पाकिस्तान को जन्म दे सकता है, तो समय आने पर वह
बिहार चुनाव: सीपीआई (माले) ने 20 उम्मीदवारों की सूची जारी की, सभी 12 मौजूदा विधायकों को फिर मैदान में उतारा
भारत की प्रतिभाओं को बाहर जाने के बजाय हमारे देश में ही मिले अवसर : अश्विनी वैष्णव
'मैं तुम्हें पैसे दूंगा, मेरे साथ आओ', नर्स के साथ बतमीजी कर रहा था शख्स, उसने मार मार के कर दिया बुरा हाल, वीडियो वायरल
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच के लिए इरफान पठान ने चुनी भारत की प्लेइंग XI, 23 साल के गेंदबाज को दी जगह