जगदलपुर, 17 अगस्त (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बस्तर दशहरा समिति की बैठक आज रविवार काे जिला कार्यालय के प्रेरणा कक्ष में आयोजित की गई । सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष महेश कश्यप, महापौर संजय पांडेय, नगर निगम सभापति खेम सिह देवांगन, बस्तर राजपरिवार के कमलचंद भंजदेव, कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रतीक जैन, वन मंडलाधिकारी उत्तम गुप्ता, अपर कलेक्टर बस्तर सीपी. बघेल, ऋषिकेश तिवारी, अपर कलेक्टर नारायणपुर पंचभोई, आयुक्त नगर पालिक निगम प्रवीण वर्मा , तहसीलदार एवं बस्तर दशहरा समिति के सचिव रुपेश मरकाम सहित मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरिन, पुजारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। बैठक में नए उपाध्यक्ष का चुनाव किया गया, जिसमें बलराम मांझी को सर्वाधिक मांझी की सहमति मिली। इस अवसर पर सांसद महेश कश्यप ने नवनियुक्त उपाध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि बस्तर दशहरा हमारी बहुत पुरानी परंपरा और संस्कृति है, हमारे पूर्वजों ने आमचो बस्तर की स्थानीय संस्कृति, रीति-रिवाज, लोक परंपरा को सहेजकर रखा है । हमे भी इस परंपरा-संस्कृति को संरक्षित करना है । संस्कृति को जीवित रखने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। दशहरा में सभी समाज की सहभागिता रहती है, दशहरा में अलग-अलग समाज अपने दायित्व का निर्वहन करते है यह सामाजिक एकता का प्रतीक है । दशहरा पर्व के ऐतिहासिक स्थलों का राजस्व रिकार्ड के आधार पर संरक्षित किया जाना है । उन्होंने कहा कि दशहरा पर्व के शासन द्वारा दी गई बजट के अलावा स्थानीय स्तर राष्ट्रीय कंपनियों से भी बजट की राशि बढ़ाने के लिए चर्चा किया गया है । बस्तर के पर्यटन स्थलों को अब यूनेस्को जैसी संस्थान द्वारा पुरस्कार दे रही है, पर्यटक बस्तर दशहरा के साथ सभी पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे, ये पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है । बस्तर राजपरिवार केकमलचंद भंजदेव व ने कहा कि दशहरा में क्षेत्र के देवी-देवताओं और विभिन्न समुदायों की भागीदारी का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने इस पर्व में विशेष भूमिका निभाने वाले मांझी, चालकी, सेवादारों की रिक्त पदों भर्ती करवाने की पहल करने की मांग की । साथ ही देवी देवताओं का आश्रय स्थल की व्यवस्था पर आवश्यक व्यवस्था करने के लिए कहा । इस अवसर पर मांझी-चालाकियों ने भी बस्तर दशहरा की सभी परंपराओं के नियमानुसार पालन तथा इसके सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित आयोजन के लिए सुझाव दिए।महापौर संजय पांडेय ने कहा कि बस्तर दशहरा हमारे शहर की सांस्कृतिक विरासत है । इस पर्व को देखने और जानने के लिए देश दुनिया के पर्यटक आते हैं, पर्यटकों को अतिथि देवों भव: के रूप में स्वागत के लिए जगदलपुर तैयार है । बैठक में कलेक्टर हरिस एस ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि विगत वर्ष के समान ही इस वर्ष में भी भव्य रूप से दशहरा को मनाया जाएगा । उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के उपयोग की गई बजट और वर्ष 2025 बस्तर दशहरा आयोजन के लिए आबंटित बजट की जानकारी दी । कार्यक्रम में बस्तर दशहरा समिति के सचिव एवं तहसीलदार द्वारा बस्तर दशहरा महोत्सव की प्रमुख तिथियों और विधानों की जानकारी दी ।
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(Udaipur Kiran) / राकेश पांडे
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