अगली ख़बर
Newszop

मुख्यमंत्री योगी से अतीक के बेटे अली की गुहार जो होना था हो गया, मुझे बचा लीजिए !

Send Push

कहा सरकार के नाम पर कुछ लोग कर रहे वेवजह परेशान, मुझे पानी तक नहीं दिया

झांसी, 1 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . कुख्यात माफिया अतीक अहमद का बेटा अली अहमद Prayagraj की नैनी सेंट्रल जेल से बुधवार दोपहर करीब ढाई बजे झांसी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. यहां उसने मीडिया से कहा कि वह तो दिल्ली में लॉ कर रहा था. फर्जी मुकदमे लगाकर उसे जेल भेज दिया गया. जेल में रहते हुए मेरे ऊपर आठ मुकदमे लगा दिए गए. उसने अपनी जान को खतरा बताया. कहा कि ये मेरा अल्लाह जानता है कि यहां सुरक्षित रहेंगे कि नहीं? Chief Minister जी से यही कहना है कि जो होना था, वह हो गया. लेकिन सरकार के नाम पर कुछ लोग मुझे अन्यथा परेशान कर रहे हैं, उनसे हमें बचा लीजिए. मुझे बेवजह सताया जा रहा है. मुझे रास्ते में पानी पीने तक नहीं दिया गया.

Prayagraj में 24 फरवरी, 2023 को उमेश पाल की हत्या के बाद सीएम योगी ने विधानसभा में कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. 15 अप्रैल, 2023 को Prayagraj के अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाते वक्त अली के पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ की हत्या कर दी गई थी. अली की मां शाइस्ता परवीन फरार है. भाई असद और गुलाम का भी झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र में एनकाउंटर हुआ था. अली अहमद नैनी जेल में 38 महीने से बंद था. उसने 30 जुलाई, 2022 को Prayagraj कोर्ट में सरेंडर किया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस की ढिलाई के चलते पहली बार अली ने मीडिया से बात की.

अली ने कहा, मैं नैनी सेंट्रल जेल में पूरे नियम कायदे के साथ रह रहा था. लेकिन परेशान करने के मकसद से मुझे Prayagraj से दूर झांसी भेजा गया. रास्ते में बहुत दिक्कत हुई है. गाड़ी के इतने छोटे से चैंबर में 5 से 6 लोगों को बैठाकर ले आया गया. मुझे होम डिस्ट्रिक से यहां भेजने का क्या मतलब है? रास्ते में मुझे पीने के लिए पानी तक नहीं दिया गया. नैनी सेंट्रल जेल में अधिवक्ताओं के सिवाय मुझसे कोई भी मिलने नहीं आता था.

नैनी जेल में कैश मिलने के सवाल पर अली ने कहा- वो कूपन के लिए पैसा आया था. वो तो जेल में अलाउड है. अब उसे किसी दूसरे तरीके से दिखाया जा रहा है. अधिवक्ताओं के रूप में जो लोग मुझसे मिलने आते थे उनका वकालतनामा लगा होता था. जेल मैन्युअल के अनुसार मेरी मुलाकात होती थी.

बताते चलें कि झांसी जेल काफी संवेदनशील मानी जाती है. यहां माफिया मुख्तार अंसारी लंबे समय तक बंद रहा है, बाद में उसकी बांदा जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. मुख्तार का कभी राइट हैंड रहा मुन्ना बजरंगी भी इस जेल में बंद रहा था. झांसी जेल से बागपत उसे शिफ्ट किया गया था, वहां उसकी हत्या कर दी गई थी.

5 करोड़ की रंगदारी का मुकदमा

Prayagraj में माफिया अतीक अहमद उसके बेटे अली समेत 13 लोगों के खिलाफ 2022 में 5 करोड़ की रंगदारी मांगने और न देने पर घर पर चढ़कर जानलेवा हमला करने की एफआईआर धूमनगंज थाने में साबिर हुसैन की तहरीर पर दर्ज हुई थी. माफिया अतीक अहमद उसके बेटे अली के अलावा एफआईआर में आसाद कालिया, शकील, शाकिर, सबी अब्बास, फैजान, सैफ, नामी, अफ्फान, महमूद, माऊद एवं असलम मंत्री (अतीक अहमद का चचेरा भाई) के नाम शामिल हैं. इसी केस के बाद अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर नैनी सेंट्रल जेल में डाल दिया था.

उमेश पाल की हत्या की साजिश का आरोप

नैनी सेंट्रल जेल में बंद अली के ऊपर प्रदेश के चर्चित उमेश पाल और दो सिपाहियों की 24 फरवरी 2023 को दिनदहाड़े हुई हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है. हत्या की साजिश जेल से ही रची गई. हत्यारोपी उमेश पाल के मर्डर से पहले नैनी जेल में अली से मिले थे. मिलने वालों में बमबाज गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, सदाकत अली अहमद से जेल में मिले थे. इसका सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के हाथ लगा था. इसके बाद अली को भी उमेश पाल मर्डर केस में शामिल किया गया था.

बोले वरिष्ठ जेल अधीक्षक

इधर झांसी जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि शिफ्टिंग के आदेश आने के बाद जेल में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है. अतीक अहमद के बेटे अली अहमद को कड़ी निगरानी में रखा जाएगा.

—————

(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें