रांची, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव मंडल सदस्य और पार्टी के धनबाद जिला सचिव संतोष कुमार घोष का बुधवार को धनबाद के मैथन अस्पताल में निधन हो गया। वे सत्तर वर्ष के थे। उनके निधन पर पार्टी नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
भारतीय सेना से अवकाश प्राप्त करने के बाद संतोष घोष ने दामोदर वैली निगम (डिवीसी) मैथन में सुरक्षा अधिकारी के रूप में कार्य किया। यहां वे श्रमिक संगठनों के आंदोलन में शामिल हुए। वे डीवीसी श्रमिक यूनियन के पदाधिकारी भी रहे। बाद में वे माकपा के सदस्य बने। मैथन में वे एक वामपंथी नेता के रूप में जाने जाते थे।
धनबाद जिला में पार्टी के विस्तार के लिए उन्होंने काफी काम किया। वर्तमान में वे पिछले चार वषों से पार्टी के धनबाद जिला सचिव के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। वे पिछले सात वषों से पार्टी के राज्य कमिटी सदस्य थे और इस साल उन्हें पार्टी के राज्य सचिव मंडल के लिए निर्वाचित किया गया था।
माकपा के नेताओं ने संतोष कुमार घोष के निधन को अअपूर्णीय क्षति बताया है। पार्टी ने उनके सम्मान में झारखंड के सभी पार्टी कार्यालयों में अपने झंडे को झुका दिया है। माकपा के राज्य सचिवमंडल ने उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए उनकी पत्नी, दोनों बेटे अंशुमान घोष और कौशिक घोष एवं उनकी पुत्री के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
अंशुमान घोष का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनकी अंतिम यात्रा में पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, सचिव मंडल सदस्य समीर दास, सुरजीत सिन्हा के अलावा अमल आजाद, विरेन्द्र कुमार, रामचंद्र ठाकुर, सुंदर लाल महतो, रामकृष्ण पासवान, शिव बालक पासवान, माया लायक, सुमना लाहिड़ी, गोपीकांत बक्शी सहित बड़ी संख्या में डीवीसी के मजदूर और पार्टी के कई नेता शामिल थे।—————
(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
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