बोकारो, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . कुरमी समाज को अनुसूचित जनजाति (एसटी) में शामिल किए जाने के प्रस्ताव के विरोध में बुधवार को आदिवासी समाज ने रैली निकाली.
बिरसा मुंडा नया मोड़ चौक पर जिले के विभिन्न इलाकों से हजारों आदिवासी एकत्र हुए और जुलूस की शक्ल में उपायुक्त कार्यालय तक मार्च किया. रैली के दौरान आदिवासी समाज ने सरकार को चेतावनी दिया कि उनकी संस्कृति, पहचान और अधिकारों पर कोई समझौता स्वीकार्य नहीं होगा.
आदिवासी नेताओं ने कहा कि कुरमी समाज की एसटी में शामिल किए जाने की मांग उनके अधिकार और अस्तित्व पर हमला है. महिला आदिवासी नेता अंबिका बांसकेय ने कहा कि हम कुर्मी समाज से दुश्मनी नहीं रखते, लेकिन हमारी पूजा, परंपरा और भाषा अलग है. जंगल, पेड़ और पत्थर से हमारा संबंध हमारी पहचान है. इसे खतरे में नहीं आने देंगे.
रैली में जयपाल नगर, बिरसा वासा, गुमला नगर, बांसगोड़ा सहित कई क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं और पुरुष शामिल हुए.
आंदोलन के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किया था. उपायुक्त कार्यालय क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया था और आसपास की दुकानों को अस्थायी रूप से बंद कराया गया. यह रैली राज्यव्यापी आदिवासी आक्रोश महारैली अभियान का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत 19 सितंबर को चाईबासा से हुई थी और यह अभियान 25 अक्टूबर को घाटशिला में समाप्त होगा.
—————
(Udaipur Kiran) / अनिल कुमार
You may also like
बंधकों की रिहाई पर हमास सहमत, फिलिस्तीन से इजरायली सेना की होगी चरणबद्ध वापसी
job news 2025: एमटीएस, ड्राफ्ट्समैन, फायरमैन सहित कई पदों पर निकली हैं भर्ती, कर सकते हैं आप भी आवेदन
सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल
साईबर फॉड के मामले में रेल साईबर थाना मुजफ्फरपुर ने एक अभियुक्त को किया गिरफ्तार
कोल्ड्रिफ कफ सिरप के नाम पर बच्चों को जहर पिलाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मा का मालिक अरेस्ट, जानिए जी रंगनाथन कौन