उज्जैन, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को वर्ष-2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है. देश को विकसित बनाने का मार्ग केवल आत्मनिर्भर भारत से ही है. आत्मनिर्भर भारत अर्थात संपूर्ण और समग्र रूप से स्वदेशी राष्ट्रभाव. यह बात प्रदेश के एमएसएमई मंत्री चेतन्य काश्यप ने बुधवार को भाजपा के संभागीय कार्यालय लोकशक्ति पर पत्रकारों से बातचीत में कही. इस अवसर पर विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा,निगम सभापति कलावती यादव,नगर जिलाध्यक्ष संजय अग्रवाल,ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजेश धाकड़,प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना,जिला मीडिया प्रभारी दिनेश जाटवा एवं राकेश पंड्या, आनन्दसिंह खींची,कमल बैरवा,श्याम शर्मा भी उपस्थित थे.
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मंत्री काश्यप ने कहा कि हर घर स्वदेशी- घर घर स्वदेशी, इसी मंत्र से भारत विश्वगुरु बनेगा. भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वदेशी की शक्ति,सामर्थ और गौरव का भाव होना चाहिए. स्वदेशी आर्थिक क्षेत्र में नहीं बल्कि यह हमारी संस्कृति और आत्मा का हिस्सा है. विदेशी वस्तुओं के पीछे भागने के बजाय हमें अपनी जड़ों से जुडऩा चाहिए. दुनिया में योग, आयुर्वेद,हस्तशिल्प, परंपरागत उद्योग यह सब आज वैश्विक पहचान बना रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल अधो संरचना, लोकल फॉर वोकल जैसे अभियान इसी विरासत को आगे बढ़ाने के हिस्से हैं. स्वदेशी स्वभाव,स्वभाषा एवं वेशभूषा तीनों मिलकर हमें हमारी शक्ति, हमारी संस्कृति और हमारी औद्योगिक कुशलता को दर्शाते हैं. जो आत्मनिर्भर भारत की ऊंचाइयों का निर्धारण करेंगे. कोविड काल का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की दृढ़ ईच्छा शक्ति ने और हमारे वैज्ञानिकों के प्रयास ने, जहां कोविड काल में दुनिया ने घुटने टेक दिए , वहीं भारत ने एक नही, तीन-तीन वैक्सीन बनाकर 140 करोड़ Indian ों की जान बचाई. दुनिया के कई देशों को नि:शुल्क कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवाकर अपनी विश्व गुरु और विश्व वसुदेव कुटुंबकम की बात को चरितार्थ किया.
भारत आज प्रगति के सभी क्षेत्र में मोदीजी के कारण रक्षा, अनुसंधान, कृषि, डिजिटल इंडिया,जल-नभ-स्थल-अंतरिक्ष सहित प्रत्येक क्षेत्र में शानदार उपस्थिति दर्ज करा रहा है. आत्मनिर्भर भारत का रास्ता गांव, गरीब, किसान, महिला और युवा की भागीदारी से होकर जाता है. इसलिए सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़े. स्वदेशी परिधान, स्वदेशी वस्त, स्वदेश में निर्मित किसी भी प्रकार के अलंकरण को अपनाएं. स्वदेश में निर्मित हर प्रकार की वस्तु,स्वदेशी संस्कृति को अपनाकर गौरवान्वित महसूस करें.
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
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