जयपुर, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News). भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) दौसा इकाई ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) लालसोट खंड में पदस्थ तीन कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. आरोपियों में सहायक प्रशासनिक अधिकारी समुन्द्र सिंह, चतुर्थ श्रेणी संविदा कर्मचारी विष्णु कुमार सैनी और कंप्यूटर ऑपरेटर हंसराज (संविदा कर्मी) शामिल हैं. इन तीनों को डी-क्लास ठेकेदारी लाइसेंस जारी करने की एवज में 6000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया.
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि ब्यूरो को 15 अक्टूबर 2025 को एक शिकायत प्राप्त हुई थी. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका डी-क्लास ठेकेदारी का लाइसेंस बनाने के बदले अधिशासी अभियंता के नाम पर 5000 रुपये समुन्द्र सिंह और 2500 रुपये हंसराज की ओर से रिश्वत मांगी जा रही थी.
इस शिकायत के आधार पर एसीबी जयपुर रेंज के डीआईजी राजेश सिंह के सुपरविजन में, उप अधीक्षक नवल किशोर के नेतृत्व में टीम गठित की गई. पुलिस निरीक्षक रमेश चंद और अन्य अधिकारियों ने 16 अक्टूबर को शिकायत का गोपनीय सत्यापन किया, जिसमें रिश्वत मांग की पुष्टि हुई.
आज (17 अक्टूबर) की कार्रवाई में समुन्द्र सिंह ने शिकायतकर्ता से 3500 रुपये लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विष्णु कुमार सैनी को दिए, जबकि हंसराज ने 2500 रुपये लेकर अपनी पैंट की जेब में रख लिए. एसीबी टीम ने मौके पर ही तीनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर कुल 6000 रुपये की रिश्वत राशि बरामद कर ली.
एसीबी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है, और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी.
You may also like
सुशासन की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए बिहार की जनता वोट करेगी : मुख्तार अब्बास नकवी
दीपिका चिखलिया का नया एआई वीडियो ट्रेंड: क्या है इस जादुई मर्जिंग का राज?
परबत्ता विधानसभा सीट पर जेडीयू-आरजेडी के बीच शह-मात की जंग, जानें कौन किस पर भारी?
Maulana Sajid Rashidi's Objectionable Statement On Hindu Religious Leaders : मौलाना साजिद रशीदी ने अब हिंदू धर्म गुरुओं को बनाया निशाना, बोल दी बेहद आपत्तिजनक बात
करोड़ों के मालिक ये 5 बॉलीवुड स्टार्स फिर भी किराए` के घर में रहने के लिए मजबूर एक तो झुग्गी में काट रहा है जीवन