बलिया, 02 मई . जिले की सदर की तहसील अंतर्गत बेलहरी परियोजना के दो अंगनवाड़ी केंद्रों बजरहा व रेपुरा में नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान फर्जी बीपीएल प्रमाण पत्र के माध्यम से अनुचित लाभ लेने का मामला प्रकाश में आया है. सीडीओ ने फर्जी आय प्रमाण पत्र बनाने वाले लेखपाल के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने और आवेदिकाओं की नियुक्ति निरस्त करने के साथ ही एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
बजरहा व रेपुरा में अमगनबाड़ी केंद्रों पर नियुक्ति हुई थी. प्राप्त शिकायतों के आधार पर तहसीलदार सदर द्वारा कराई गई जांच में यह तथ्य सामने आया कि रेपुरा केंद्र की आवेदिका गुड़िया पत्नी मनीष कुमार व बजरहा की अमृता दुबे पत्नी आलोक कुमार दुबे ने बीपीएल प्रमाण पत्र के माध्यम से नियुक्ति के लिए आवेदन किया था. जिसमें उनकी पारिवारिक मासिक आय 38 हजार से कम दर्शाई गई थी. जबकि जांच में यह पाया गया कि दोनों आवेदिकाओं के परिवार के सदस्य सरकारी सेवा में कार्यरत हैं और बीपीएल श्रेणी में नहीं आते हैं. जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि इन फर्जी प्रमाण पत्रों को बनवाने में सदर तहसील के अमघाट क्षेत्र के लेखपाल दिव्यांशु कुमार यादव की संलिप्तता रही है. लेखपाल द्वारा आवेदिकाओं के साथ मिलीभगत कर फर्जी बीपीएल प्रमाण पत्र निर्गत किया गया.
सीडीओ ओजस्वी राज ने शुक्रवार को बताया कि इस गंभीर अनियमितता को दृष्टिगत रखते हुए सम्बंधित आवेदिकाओं की आंगनवाड़ी नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से निरस्त की जाती हैं. साथ ही सीडीपीओ को निर्देशित किया गया है कि सम्बंधित आवेदिकाओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाए. उन्होंने कहा कि एसडीएम सदर को निर्देशित किया गया है कि सम्बंधित लेखपाल के विरुद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही संचालित कर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. यह प्रशासन द्वारा निष्पक्ष चयन प्रक्रिया एवं सरकारी नियमों की पारदर्शिता बनाए रखने हेतु एक कठोर कदम है.
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/ नीतू तिवारी
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