काठमांडू, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । नेपाली संसद के प्रतिनिधि सभा की डिप्टी स्पीकर इंदिरा राना मगर के खिलाफ महाभियोग चलाने की तैयारी के लिए सत्तारूढ़ घटक दलों ने मंगलवार को संसदीय दल की आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में शामिल होने वाले सांसदों से एक सादे कागज पर हस्ताक्षर कराये जा रहे हैं।
सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस (एनसी) और सीपीएन-यूएमएल की आपातकालीन बैठक में शामिल होने वाले सांसदों ने बताया कि डिप्टी स्पीकर इंदिरा राना मगर को पद से हटाने के लिए यह हस्ताक्षर कराये जा रहे हैं। नेपाली कांग्रेस के एक सांसद के अनुसार पार्टी के सदस्यों को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच संसदीय दल के कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। इसी तरह यूएमएल के प्रमुख सचेतक महेश बरतौला ने भी स्वीकार किया कि महाभियोग प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने के लिए सभी सांसदों को निर्देश दिया गया है।
डिप्टी स्पीकर राना मगर पर विभिन्न व्यक्तियों के लिए अमेरिकी वीजा आवेदनों का समर्थन करने के लिए संसद सचिवालय के लेटरहेड पर सिफारिश पत्र जारी करने का आरोप लगा है। इसको लेकर सत्तारूढ़ दल पहले भी महाभियोग का प्रस्ताव लाये थे, लेकिन सत्तारूढ़ घटक दल के छोटे दलों की तरफ से विरोध के बाद इसे वापस ले लिया गया था।
इस समय सत्तारूढ़ गठबंधन के दो प्रमुख घटक दल नेपाली कांग्रेस (88) और यूएमएल (79) के पास कुल 167 सांसद हैं। 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में महाभियोग पारित करने के लिए दो तिहाई सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता है। यानी सत्तारूढ़ दल को 16 सांसदों के समर्थन की आवश्यकता है। इनमें सरकार में शामिल जनता समाजवादी पार्टी के 7 और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के 4 सांसदों ने समर्थन देने का निर्णय लिया है। बाकी 5 सांसदों के लिए जनमत पार्टी के 6 सांसदों से बातचीत जारी है।
—————
(Udaipur Kiran) / पंकज दास
You may also like
पाकिस्तान वायुसेना में शामिल हुआ Global 6000 इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर जेट, 500 किमी से रडार को बना देगा अंधा, जानिए क्षमता
समस्तीपुर में प्रशांत किशोर की बिहार बदलाव यात्रा की विशाल जनसभा, वीडियो में देखे BJP-मोदी और RJD पर जोरदार हमला
Vice President Election: न मोदी, न अमित शाह और न ही मोहन भागवत, जानिए किसने बढ़ाया सी पी राधाकृष्णन का नाम
डिजिटल अरेस्ट से ठगी, 300 करोड़ का ट्रांजेक्शन, दुबई-चीन से जुड़े हैं तार, 'सूरत मॉड्यूल' का खुलासा
यूरोप-एशिया तनाव का दक्षिण कोरिया उठा रहा लाभ, रक्षा सौदे में प्रगति की उम्मीद