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युसूफ पठान की फोटो ने मचाया बवाल: BJP ने अदीना मस्जिद को बताया प्राचीन आदिनाथ मंदिर!

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नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद युसूफ पठान एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह है उनका एक ट्वीट, जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल के मालदा में स्थित अदीना मस्जिद के सामने खींची फोटो शेयर की। इस फोटो ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है। कुछ यूजर्स और बीजेपी ने दावा किया है कि यह जगह कोई मस्जिद नहीं, बल्कि प्राचीन आदिनाथ मंदिर है। आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला।

युसूफ पठान का ट्वीट बना विवाद की वजह

युसूफ पठान ने अपनी X पोस्ट में लिखा, “पश्चिम बंगाल के मालदा में स्थित अदीना मस्जिद एक ऐतिहासिक धरोहर है। इसका निर्माण 14वीं शताब्दी में इलियास शाही वंश के सुल्तान सिकंदर शाह ने करवाया था। 1373-1375 ई. में बनी यह मस्जिद उस समय भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी मस्जिद थी। यह स्थापत्य कला की भव्यता का शानदार नमूना है।” इस पोस्ट के साथ शेयर की गई फोटो में युसूफ मस्जिद के सामने खड़े नजर आए। लेकिन इस पोस्ट ने तूल पकड़ लिया, जब कुछ यूजर्स ने इसे प्राचीन हिंदू मंदिर बताना शुरू किया।

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

युसूफ के ट्वीट के बाद कई यूजर्स ने कमेंट्स में इसे प्राचीन आदिनाथ मंदिर बताया। एक यूजर ‘कोल्ड कॉफी’ ने लिखा, “मालदा में पहले प्राचीन आदिनाथ हिंदू मंदिर था, जिसे 14वीं शताब्दी में सुल्तान सिकंदर शाह ने मस्जिद में बदल दिया।” वहीं, पश्चिम बंगाल बीजेपी ने भी इस मुद्दे को उठाया और अपने ट्वीट में इसे प्राचीन मंदिर करार दिया।

विवाद तब और बढ़ गया जब @GemsOfINDOLOGY नाम के ट्विटर हैंडल ने युसूफ के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, “मालदा में अदीना मस्जिद? हेलो, कोई सुन रहा है?” इस पोस्ट ने बहस को और हवा दी।

“यह मंदिर है, मस्जिद नहीं”

विवाद में एक और ट्विटर हैंडल @planH_In ने युसूफ पठान को टैग करते हुए लिखा, “डियर युसूफ पठान, आप प्राचीन आदिनाथ मंदिर के परिसर में खड़े हैं, जिसे इस्लामी आक्रांताओं ने अपवित्र कर मस्जिद में बदल दिया था। आपके लिए कुछ तस्वीरें संलग्न हैं। अब समय है कि इस अन्याय को खत्म कर मंदिर का गौरव वापस लाया जाए।” इस ट्वीट के साथ कुछ तस्वीरें भी शेयर की गईं, जिनमें दावा किया गया कि यह जगह मूल रूप से हिंदू मंदिर थी।

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